चिड़िया का घौंसला,
एक एक तिनका जोड़ कर बनाया हुआ,
बस उसका और उसके बच्चो का,
छोटा सा अशीयाना ,
न कमरे, न दरवाजे , न कोई सामान,
फिर भी कितना सुन्दर,
मूक पछियों के प्रेम का
एक जीवंत उदाहरण,
फिर हम क्यों इकठ्ठा करते हैं इतना सामान,
अधिक से अधिक पाने की दोड़ में,
होते जाते हैं ,
एक दूसरे से दूर,
क्या हम नहीं रह सकते ,
इन्हीं की तरह ,
प्यार के ताने बानो से बुने हुए,
एक नन्हे से घरोंदे में?
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